आदमी सुख के लिए इधर-उधर भटकता है सुखी होने के लिए बहुत सारे उपाय करते हैं कितने बुरे कर्म करके पैसा कमाते हैं सुख मिले मकान महान बनाता है सुख में ले गाड़ी और बंगला हो बैंक बैलेंस इसमें सबसे अधिक खुशी है लेकिन यह सोच बड़ी खुशी है इससे शांति नहीं मिलती है जिन्हें खाने के लिए ठीक है यह सिर्फ एक साधन हो सकता है साधन कभी शांति नहीं दे सकता इसलिए इस प्रवचन को जरूर सुने बहुत ही उम्दा प्रवचन है शिक्षाप्रद यह प्रवचन है साध्वी शिखा साहेब जी का #sukhihonerahsy #sukhihonekeupay #shikshapradsatsang #sadhvishikhasaheb