श्री नाग देवता आरती
इसे श्रवण करने से होगी मनोकामना पूर्ण
Shri nag Devta #
Aarti #
naag Raja #
Uttrakhand #
उत्तराखंड धाम #
यह देवभूमि है यहां पर अनेक देवी देवताओं का वास माना जाता है
अनेक क्षेत्रों में अनेक अनेक देवी देवता और उनके दिव्य मंदिर है
यहां की लोक संस्कृति यहां की धरोहर है
यहां दैवीय शक्तियों के अद्भुत चमत्कार देखने को मिलते हैं
स्कंद पुराण में केदारखंड में इस भूमि को देव स्थल कहा गया है
उत्तराखंड धाम में श्री कृष्ण भगवान को श्री नाग देवता के रूप में पूजा जाता है
श्री नाग देवता यहां के कुल देवता के रूप में जाने जाते हैं टिहरी में श्री सेम नागराज का मंदिर प्रसिद्ध है
यह पंचम धाम के रूप में विख्यात है
पौड़ी में डांडा नागराजा विराजमान है
नागट्टीब्बा में तथा नागथात ,लालूर रात,में और अनेकों गांवों में
श्री नागराज भगवान के मंदिर विराजमान है
श्री नाग देवता का आशीर्वाद सभी जन को प्राप्त हो क्योंकि मनुष्य शरीर बहुत ही दुर्लभ है इस शरीर से भगवान का जप तप स्मरण अवश्य करना चाहिए
श्री नाग देवता की भक्ति का प्रचार जन-जन तक पहुंचे इसके लिए हमें अपने माताजी, पिताजी,गुरुजन एवं इष्ट मित्रों के प्रेरणा से
और श्री नागराज भगवान की विशेष कृपा से
श्री नाग देवता जी की आरती लिखने एवं गाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है
मनुष्य भगवान की कृपा के बिना कुछ भी नहीं लिख सकता है
यह श्री नागराज की कृपा से
श्री नाग देवता जी की आरती संपन्न हुई है
मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि इस आरती के माध्यम से
श्री नागराजा के उपासक इस आरती का गान ,पाठ एवं श्रवण करके
भगवान नागराजा की भक्ति करेंगे
तथा श्री नाग देवता का आशीष और कृपा प्राप्त करके लाभान्वित होंगे
जय नाग देवता
श्री नाग देवता की आरती आचार्य आशीष गौर द्वारा रचित एवं गायन में श्रीमती राजकुमारी नौटियाल जी द्वारा गाई गई
यहां श्री नाग देवता की आरती श्री नाग देवता जी के चरणों में अर्पित कर रहा हूं
जो भी इस आरती को प्रतिदिन श्रवण करेगा श्री नागराज की कृपा से उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होगी
श्री नाग देवता बहुत ही कृपालु एवं दयालु है
इनका सिद्ध पीठ सेम मुखेम में टिहरी क्षेत्र में और
पौड़ी में है
तथा उत्तराखंड के अनेकों गांवो में श्री नाग देवता के मंदिर प्रतिष्ठित है
आप सभी लोग इस आरती को बड़े प्रेम भाव से नित्य श्रवण करें श्री नाग देवता आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करेंगे