अगर हमने सदगुरुदेव को अपने हृदय में धारण कर लिया तो ऐसा हो ही नहीं सकता की आप किसी भी क्षेत्र में असफल हो , फिर चाहे वो भौतिक हो या आध्यात्मिक ......
फिर ऐसा हो ही नहीं सकता की आप मन्त्र जप करे साधनायें करे और असफल हो ......क्योंकि जब साक्षात शिव आपके हृदय में बसे हैं तो, सभी सिद्धियाँ आपको विजय माला पहनाने के लिए तत्पर रहेंगी .........
अपने प्राण नाथ हृदय के स्वामी सदगुरुदेव को अपने हृदय में बसाने के लिए श्रेस्ठ प्रयोग ......
जय सदगुरुदेव
वन्दे निखिलं जगद्गुरुम