"वसुंधरा सुदामा को श्री कृष्ण के पास जाने के लिए कहती है और उनसे अपने लिए सुख माँगने में क्या आपत्ति है। सुदामा वसुंधरा को बताता है की मैं अपने भगवान से माँगने में नहीं शर्माता हूँ लेकिन अपने मित्र से कैसे माँगूँ और मेरी वहाँ जाने से उन्हें कैसा लगेगा मेरी इस हालत से जब वो मुझे अपने गले लगाएँगे तो उनका कितना अपमान होगा। वसुंधरा सुदामा के ज़ख्मों पर दिए से तेल लाकर लगाने के लिए कहती है तो सुदामा वसुंधरा को मना कर देता है की यह तेल दीपक में हाई रहने दो यदि कल भिक्षा नहीं मिली तो कल दीपक भी नहीं जल पाएगा। वसुंधरा श्री कृष्ण को तना देती है की आकर वो हे तुम्हारी सेवा क्यों नहीं करते। श्री कृष्ण वहाँ आजाते हैं और सुदामा के सोते हुए उसके ज़ख्मों पर माखन लगा जाते हैं। सुदामा को वसुंधरा श्री कृष्ण के पास जाने के लिए कहती है तो सुदामा श्री कृष्ण के पास जाने को राज़ी हो जाता है। सुदामा अगले सुबह द्वारिका की ओर जाने के लिए तैयार हो जाता है लेकिन ख़ाली हाथ जाने में संकोच होता है तो वसुंधरा पड़ोस से उधर में दो मुट्ठी तंदूर ले आती है. सुदामा श्री कृष्ण से मिलने के लिए निकल पड़ता है।
श्रीकृष्णा, रामानंद सागर द्वारा निर्देशित एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। मूल रूप से इस श्रृंखला का दूरदर्शन पर साप्ताहिक प्रसारण किया जाता था। यह धारावाहिक कृष्ण के जीवन से सम्बंधित कहानियों पर आधारित है। गर्ग संहिता , पद्म पुराण , ब्रह्मवैवर्त पुराण अग्नि पुराण, हरिवंश पुराण , महाभारत , भागवत पुराण , भगवद्गीता आदि पर बना धारावाहिक है सीरियल की पटकथा, स्क्रिप्ट एवं काव्य में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ विष्णु विराट जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसे सर्वप्रथम दूरदर्शन के मेट्रो चैनल पर प्रसारित 1993 को किया गया था जो 1996 तक चला, 221 एपिसोड का यह धारावाहिक बाद में दूरदर्शन के डीडी नेशनल पर टेलीकास्ट हुआ, रामायण व महाभारत के बाद इसने टी आर पी के मामले में इसने दोनों धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था,इसका पुनः जनता की मांग पर प्रसारण कोरोना महामारी 2020 में लॉकडाउन के दौरान रामायण श्रृंखला समाप्त होने के बाद ०३ मई से डीडी नेशनल पर किया जा रहा है, TRP के मामले में २१ वें हफ्ते तक यह सीरियल नम्बर १ पर कायम रहा।
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