श्री अनोपस्वामीजी महाराज के भजन पृथ्वी प्रवाण मोतीलाल कुमार द्वारा
shri anil swamiji maharaj ke bhajan pruthvi pravan motilal kumar dvara
01 सूरत वावली नही समझे अलख अखाड़े मेलो ओ पंडित जी अमर नाम ओलखावी जी
02 गुण कूं रटो तो गणपति ओलखो ओ भाई, ज्यांरी अमर कला ओ जरणी जानिए, रिजग जग में पूरवे भाई
03 सरठ स्वामी आविया भाई भरत खंडरा ओ राजवी है नकलंग देव आविया भाई
04 आद अलख धणी ओलखो भाई, ज्यांरे देव दर्शन दिल मे दरशिया है, अलख स्वामी आविया भाई
05 दिल से लखे सो अलेख देवता भाई, ऐ तो अलख निरंजन जानिए है, ए गुण अवतारी ओलखो भाई
06 सोई परत जुग पालसी भाई, ज्यांरे दिल मे देव गुण आवसी है, गुरु गम गुण गावसी भाई
07 जगत उदारण जागो भाई, पृथ्वी पालण महापद पावीया है, आलम राज आविया भाई
08 सुन सुन पृथ्वी रा हरिगुण ओलखो भाई, आगम वेगम रा प्रियाण में है, गुरों से गुरु गम गुण पावीया भाई
09 भजन उतपत आद ओमकार को भाई, कुदरत ज्यां कैलाश में है, जोग जुगत कर हेरलो भाई
10 धरणी आद जगत कूं दरसे, ज्यां सरबंग प्रकाशा हो जी, जाजम ढली कुदरती सोडे, आत्म तणा रंग रासा ओ सरबंग
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जय नकलंग देव
जय धरती माता की
प्रस्तुत करता नकलंग म्यूजिक सेंटर
गायक मोतीलाल कुमार प्रजापति
सहयोग देवाराम जी प्रजापत
रेकॉर्डिंग करता देवाराम जी प्रजापत
छगन म्यूजिक सेंटर पोसालिया
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