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#AcharyaPrashant #आचार्यप्रशांत
वीडियो जानकारी: 03.06.2025, संत सरिता, ग्रेटर नोएडा
Title: बकरीद , कुर्बानी, करूणा और संत कबीर || आचार्य प्रशांत (2025)
📰 Source : https://docs.google.com/document/d/1ojVLaa_RJpxO2CPTwiUBjHKpcCmulTjFjYyxcFvG5_M/edit?usp=sharing
📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
1:06 - कबीर साहब की निर्भीक ललकार
6:30 - संत कबीर का जीवन संघर्ष
16:04 - संत कबीर इतने अनूठे क्यों?
23:10 - अल्लाह का फरमान और जिबह
29:45 - खुदा हर बलि का हिसाब माँगेगा
37:16 - कुर्बानी कब कुबूल होती है?
42:32 - ना हिंदुओं में दया, न मुस्लिमों में
46:26 - पर बलि तो वेदों में भी लिखा है
51:43 - Testimonial
विवरण: ईद उल-अज़हा (बकरीद) के अवसर पर यह संवेदनशील चर्चा हमें कुर्बानी के सही अर्थ पर गहराई से विचार करने के लिए आमंत्रित करती है। इस वीडियो में मांसाहार और पशुबलि से जुड़े संत कबीर साहब के दोहों को लेकर एक श्रोता अपनी जिज्ञासा आचार्य प्रशांत जी के समक्ष रखती हैं। इस संदर्भ में आचार्य जी बताते हैं कि सच्चा त्याग किसी बाहरी बलिदान में नहीं, बल्कि भीतर की क्रूरता, गुस्से और द्वेष को काटने में है। यह संवाद उन सभी के लिए है, जो धर्म के नाम पर चली आ रही परंपराओं को विवेकपूर्वक समझना चाहते हैं और वास्तविक धर्म को अपने जीवन का आधार बनाना चाहते हैं।
🎧 सुनिए #आचार्यप्रशांत को Spotify पर:
https://open.spotify.com/show/3f0KFweIdHB0vfcoizFcET?si=c8f9a6ba31964a06
संगीत: मिलिंद दाते
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