मन पीपल के पत्ते के समान चंचल होता है माया ने आकर जीव को ढक लिया वासना का शक्तिशाली जामा पहन रखा है सभी देवता भी बंधे हुए हैं राही जीव है चेतन जीव उस मन में बंधा है