सास बहु और एक राजा की कहानी,,,,,,,,, अमृतवाणी
सास बहु और एक राजा की कहानी
भीतर तो भेदा नहीं,
बाहर कथे अनेक
जो पाई भीतर लखि परै,
भीतर बाहर एक ||
अर्थात्
परमात्मा एक है, वह सबके ह्रदय में निवास करता है, पर अगर बाहर देखें तो लोगों ने परमात्मा के कई स्वरूप बनाए हुए हैं, जब अपने अंदर परमात्मा के दर्शन हो जाते हैं, तब यह समझ में आता है कि सबके अंदर और बाहर केवल एक ही परमात्मा है, बाकी तो सब मन का भ्रम है!!
परमपूज्य श्री सदगुरुदेव भगवान
श्री परमहंस आश्रम शक्तेषगढ़,
चुनार मिर्जापुर उत्तर-प्रदेश
प्रतिदिन गुरु भगवान के दर्शन करने
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