#फुलेरा दूज अर्थात प्रेम का पर्व क्यों मनाया जाता है जानिए राधा कृष्ण की पौराणिक कथा/महत्व शुभ मुहूर
Secret gyaan#फुलेरा दूज अर्थात प्रेम का पर्व क्यों मनाया जाता है जानिए राधा कृष्ण की पौराणिक कथा/महत्व शुभ मुहूर/फुलेरा दूज का पर्व 1 मार्च 2025 को बड़ी धूमधाम से पूरे देश मनाया जा रहा है इस अवसर पर यह कहा जाता है कि फुलेरा दूज का पर्व क्यों मनाया जाता है इसलिए कहा जाता है कि कोई भी शुभ कार्य बिना पंडित पर्वतों से पूछे कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं यहां तक की शादी विवाह भी बिना किसी अगर शुभ नहीं है तब भी आप इस दिन कर सकते हैं बहुत ही शुभ दिन माना जाता है यह फुलेरा दूज का यह कथा के अनुसार बताया जाता है कि भगवान श्री कृष्णा एक बार राधा रानी की आंखों से ओझल हो गए राधा रानी बहुत व्याकुल हो गई हर समय उनकी बृहस्पति बनी रहे और याद करती रहती थी तो एक दिन भगवान श्री कृष्णा जब राधा रानी को यह पाया कि मेरे आयोग में वह इस तरह से हो रही है क्योंकि डाली फूल और पंखे सब सो गए थे और जितनी फुलवारी की थी तो भगवान श्री कृष्णा आए और आकार जैसे ही आए हैं वृंदावन में तो सारे के फूल और सब पहन लिया सब एकदम भारी भारी हो गई तो राधा रानी को बड़े प्रसन्नता hui thi use din fulera duj ka din tha tabhi se is din Ko फुलेरा दूज के रूप में मनाया जाता है