1-रज के रजाया साहनु माता ने,
चरनी लगाया सहनु माता ने,
खोल दवे मियाँ जदोंदया वाले द्वार जी,
सुध भूध भूल जावे ऐसा देवे प्यार जी,
नही ठुकराया सहानु माता ने,
चरनी लगाया सहनु माता ने,
दुनिया दा प्यार दिता नाले दिता मान है,
चोह्न्दे ने लोकी किता माँ ने एहसान है,
रस्ता दिखाया सहनु माता ने,
चरनी लगाया सहनु माता ने,
2-
माँ मैनु अपना दीवाना बना दे,
माँ तेरा केहड़ा मूल लग दा,
मेरी साहवा विच जय माँ वसा दे,
माँ तेरा केहड़ा मूल लग दा,
जग दियां रोका च फिरा मैं इकला मैं,
लोकि ने सयाने मैनु आखदे ने चला माँ,
मैनु जग नालो वखरा बना दे,
माँ तेरा केहड़ा मूल लग दा,
तुरिया सवाली तेरे दर तेरे आ गया,
माँगियां मुरादा तेरे दर उतो पा गया,
हो मेरी झोली विच खैर मियां पा दे,
माँ तेरा केहड़ा मूल लग दा