EP 220
बात 1958 की है, जब मध्यप्रदेश के जिला भिंड के गांव सिंहपुरा का रहने वाले एक बालक को गांव के दबंगों ने पंचायत चुनाव में समर्थन को लेकर पीटा था। इसके बाद यह लड़का बड़ा होकर डाकू पंचम सिंह चौहान के नाम से मशहूर हुआ। 14 साल डकैती का जीवन जीने के बाद करीब 40 वर्षों तक प्रजापति ब्रह्माकुमारी विश्विद्यालय से जुड़कर देश की 400 से ज्यादा जेलों में अच्छाई का संदेश दिया। पंचम सिंह चौहान पर 2 करोड़ का ईनाम रखा गया था।
डकैत पंचम सिंह की कहानी उस्मान सैफ़ी की जुबानी।