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मातंगी माता शाबर मंत्र | पूरे विधि विधान के साथ

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मंत्र तंत्र यंत्र चैनल में आप सभी का स्वागत है आज मैं आप सभी के लिए मातंगी माता का शाबर मंत्र लेकर आया हूं यह एक स्वयं सिद्ध मातंगी माता का शाबर मंत्र है। मातंगी माता की साधना करने से व्यक्ति को वाक् सिद्धि की प्राप्ति होती है। जिस पर मातंगी मां की कृपा हो उसे संपूर्ण वेदों पुराणों उपनिषदों आदि का ज्ञान हो जाता है। व्यक्ति के वाणी में दिव्यता आ जाती है जब वह बोलता है तो हजारों लाखों की भीड़ मंत्र मुक्त होकर उसे सुनती है। व्यक्ति की ख्याति संपूर्ण ब्रह्मांड में फैल जाती है। प्रकृति साधक के सामने हाथ जोड़े खड़ी रहती है साधक जो बोलता है वह सत्य होता है। माँ मातंगी साधक को विवेक, दिव्य ज्ञान प्रदान करती है। और ब्रह्मांड के रहस्य उसके सामने प्रत्यक्ष होते हैं। मां मातंगी व्यक्ति के सारे शत्रुओं और विघ्नों का नाश करती हैं। जीवन में ग्रह या अन्य बाधा का कोई असर नहीं होता। यह साधना आप 11 दिन 21 दिन या 41 दिन तक आपके सामर्थ्यता अनुसार कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप आप किसी भी शुक्रवार से आरंभ कर सकते हैं मंत्र साधना का समय रात्रि के 10:00 के पश्चात का होना चाहिए मातंगी माता का चित्र अपने सामने स्थापित करके धूप, दीप, लाल पुष्प, मिठाई आदि से माता का पूजन कीजिए। सर्वप्रथम गुरु मंत्र की एक माला का जाप करें अगर आपके पास गुरु मंत्र नहीं है तो शिव जी को अपना गुरु मानकर ओम नमः शिवाय की एक माला का जाप करें। सर्वप्रथम हात मे जल लेकर इस मंत्र का जप करते हुए जल भूमी पर छोडे पंच सरिता मंत्र:- सुनो गंगा यमुना सरस्वती रेवा कावेरी माता सारा पाप धो धा के साफ करो ना करो तो ब्रम्हा विष्णू महेश की आन पंच सरिता मंत्र से आप जिस स्थान पर साधना करना चाहते है वह स्थान पवित्र हो जायेगा और आपकी साधना के लिए अनुकूल हो जायेगा इसके पश्चात इस मंत्र को बोले और अपना आसन बिछाले मंत्र:- अंतर मंतर ढाई कंकर जय शिवशंकर बस इस मंत्र को बोल कर अपना आसन बिछाले तत्पश्चात गणेश जी से अपने साधना निर्वीघ्नता पूर्ण संपूर्ण करने के लिए आशीर्वाद मांगे तत्पश्चात शाबर सुमेरू मंत्र का सात बार जाप करें शाबर मंत्रों की सिद्धि में सुमेरू मंत्र का बहुत महत्व है इसका जब किए बिना कोई भी शाबर मंत्र सिद्ध नहीं किया जा सकता मंत्र इस प्रकार है शाबर सुमेर मंत्र:- गुरु सठ गुरु सठ है वीर, गुरु साहब सुमरौं बड़ी भांत, सिंगी टोरों बन कहौं, मन नाऊं करतार, सकल गुरु की हर भजे घट्टा पकर उठ जाग, चेत सम्भार श्री परम-हंस। तत्पश्चात आसान बंधन मंत्र का एक बार जाप करें मंत्र इस प्रकार है आसान बंधन मंत्र:- मन मार मुर्दा करूं करूं मैं चकनाचूर पंच महेश्वर आज्ञा करे तो लगाउ आसन पुर अलख निरंजन आदेश। तत्पश्चात दसों दिशाओं का बंधन इस मंत्र से करें ओम वज्र क्रोधाय महा दंन्ताय, दश दिशों बंध बंध हुं फट स्वाहा। तत्पश्चात इस कवच मंत्र का पाठ करके कवच लगा ले रक्षा कवच मंत्र:- धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीर बाजे श्रिंगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथ वीर मीन का पूत मुंज का छडा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे रक्षा कारण को यती हनुमत वीर खड़ा शब्द सांचा पिंड काचा स्फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा तत्पश्चात इस शाबर मंत्र की एक माला का जाप रुद्राक्ष की माला पर करें। जाप करते समय दीपक जलते रहना चाहिए। अगर आपके पास समय है और आप चाहते हैं तो आप एक से अधिक माला का जाप भी कर सकते हैं। यह मातंगी मंत्र का अत्यंत शक्तिशाली है एक सप्ताह के भीतर आपको लाभ का अनुभव होने लगेगा। यह मंत्र में आप सभी के लिए जाप करके भी दे रहा हूं कृपया उसे सुने और लाभ ले चैनल को शेयर करें सब्सक्राइब करें इसी गुरु दक्षिणा के मैं आपसे आशा करते हैं धन्यवाद मातंगी माता शाबर मंत्र:- ओम नमो आदेश गुरुको। ओम गुरुजी। मातंगी मातंग की प्यारी। सोला बरस का रूप। लाल वस्त्र धारे। लाल गुंजन की माला। तोता साथ उड़े मतवाला। आंख तीसरी सोहे मस्तक। श्याम रूप अनुप निराला। लाल फूलों का आसन। लाल फूलों की माला। भसम की बभूति धारे। श्मशान विराजे। सभी कलाओं वाली। सभी शास्त्रों का ग्यान। शत्रु मारे। संकट टाले। माया तंत्र मंत्र निवारे। करो कल्याण। सत रूप माता। सत रूप शब्द का ग्यान। दुहाई है औघड की। शब्द सांचा पिंड कांचा स्फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा।

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