श्री शत्रुघ्न जी का मंगल चरित्र, भावुक, मार्मिक, हृदय स्पर्शी, नेत्रों से अश्रु बह जाने वाली कथा, श्री मलूकपीठाधीश्वर राजेन्द्र दास जी महाराज के श्री मुख से.