हल्दी रो रंग सुरंग निपजे मालवै।लैटेस्ट विवाह गीत हल्दी, युगलबंदी मे।
यह हल्दी गीत पारम्परिक विवाह संस्कृति का प्रतीक है।इसमे संसारिक जीवन जीनै की शुरूआत है।इस शुभ रंग हल्दी मे ही दाम्पत्यजीवन का बंधन है।यह परम्परा पहले जगत पिता ब्रहम्मा जी व शक्ति सावित्री जी नै हल्दी रंग चढाया अंग फिर इस जग सृष्टि की रचना की।अतः यह परम्परा सृष्टि के आदी से चलती आ रही है ।