शब्द : रघुवीर सहाय वाचन : विवेक सिंह, स. अ. हिंदी विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालयध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु दृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचा