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भगवान और भगवान में अंतर होता है || आचार्य प्रशांत, बातचीत (2023)

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वीडियो जानकारी: 04.08.2023, बातचीत सत्र, गोवा

भगवान और भगवान में अंतर होता है || आचार्य प्रशांत, बातचीत (2023)

📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
0:01 - भगवान और भूत का संबंध
2:30 - भगवान क्या है और कहाँ है
16:59 - भगवान और भगवान मे अंतर
20:46 - भगवान है या नहीं
29:28 - संसार का निर्माता कौन
35:30 - अनुभवों का सच
39:52 - आस्तिक/नास्तिक की वास्तविक परिभाषा
43:53 - धर्म के नाम पर लड़ाई का मूल कारण
47:03 - पूजा पाठ का महत्व ~ आत्म पूजा उपनिषद
49:49 - मूर्ति का उद्देश्य
55:39 - भगवान से कामनापूर्ति की सीख
58:25 - स्वामी विवेकानंद के जीवन से सीख
1:02:05 - वास्तविक परम पिता कौन
1:05:13 - कर्त्ता भगवान
1:06:56 - आम आदमी भ्रमित क्यों
1:08:37 - भूत क्या है
1:10:53- किस्मत क्या है
1:17:16 - ज्योतिषशास्त्र/वास्तुशास्त्र का सच
1:19:49 - कामनापूर्ति का स्वार्थ
1:23:12 - भजन का उद्देश्य
1:24:34 - समापन

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य जी ने भगवान और भूतों के संबंध पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि भगवान की अवधारणा और भूतों का अस्तित्व एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। आचार्य जी का कहना है कि अधिकांश लोग भगवान को बाहरी रूप में देखते हैं, जबकि असली भगवान हमारे भीतर होता है। उन्होंने यह भी बताया कि धार्मिकता अक्सर बाहरी चीजों से जुड़ी होती है, जैसे कि पूजा-पाठ और भक्ति, जबकि असली भक्ति आत्मा की शांति की खोज में होती है।

आचार्य जी ने यह भी कहा कि समाज में भूत-प्रेतों का डर और अंधविश्वास बढ़ रहा है, जो कि असल में हमारी आंतरिक बेचैनी का परिणाम है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि असली भगवान हमारी आंतरिक शांति का प्रतीक है और हमें अपने भीतर की खोज करनी चाहिए। अंत में, उन्होंने बताया कि भक्ति का असली अर्थ है अपनी समस्याओं का समाधान खोजना और अपने भीतर की शक्ति को पहचानना।

प्रसंग:
~ भगवान हैं या नहीं?
~ भगवान ने संसार बनाया?
~ नास्तिक कौन? आस्तिक कौन?
~ भूत-प्रेत सच में होते हैं?
~ भूत भगाने वाले बाबा
~ दो तरह के भगवान
~ धर्म के नाम पर लड़ाई

संगीत: मिलिंद दाते
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