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ऋषियों ने ज्ञान कैसे पाया? क्या सारी साइंस वेदों में पहले से मौजूद है? || आचार्य प्रशांत (2023)

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वीडियो जानकारी: 26.08.23, संत सरिता, गोवा

Title: ऋषियों ने ज्ञान कैसे पाया? क्या सारी साइंस वेदों में पहले से मौजूद है? || आचार्य प्रशांत (2023)

📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
0:30 - अनुभव और सत्य की पहचान
02:02 - गीता, वर्ण व्यवस्था और गलत व्याख्याएं
05:00 - वेदों और आधुनिक विज्ञान का सच
07:16 - वेदों की संरचना और उनकी यात्रा
11:01 - वेद और ग्रीक दर्शन की तुलना
12:54 - वेदांत और अद्वैत का महत्व
14:08 - मुक्ति की राह में समाज सुधारक
17:45 - ज्ञान की आज़ादी और तकनीकी विकास
22:24 - जीवन मुक्ति का सिद्धांत
26:00 - समापन


विवरण:
इस वीडियो में आचार्य जी ने जीवन, मुक्ति, और अनुभव के महत्व पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि अर्जुन और कृष्ण के बीच महाभारत की लड़ाई में हिंसा का कोई अर्थ नहीं है, क्योंकि अर्जुन की हार में उसकी भलाई है। आचार्य जी ने अनुभव को सत्य मानने से बचने की सलाह दी और कहा कि जब हम एक ही तरह के अनुभवों में कैद हो जाते हैं, तो हम उन्हें ही सत्य मान लेते हैं।

उन्होंने वेदों और उपनिषदों के महत्व पर भी प्रकाश डाला, यह बताते हुए कि वेदों में प्रकृति की पूजा से लेकर आत्मज्ञान की ओर यात्रा होती है। आचार्य जी ने यह भी कहा कि विज्ञान और वेदों के बीच संबंध को समझना आवश्यक है, लेकिन यह भी जरूरी है कि हम वेदों को सही तरीके से पढ़ें और समझें।

आचार्य जी ने यह भी बताया कि मुक्ति का अर्थ केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं है, बल्कि समाज की मुक्ति भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मुक्ति के लिए बंधनों का ज्ञान होना आवश्यक है और समाज में सुधार लाने के लिए हमें अपने बंधनों को पहचानना होगा।

प्रसंग:
~ वेद क्यों पढना चाहिए ?
~ वेदों में क्या है ?
~ गुरुओं ने कैसे जाना अहम् नहीं है ?
~ क्या अनुभव से बचना है ?
~ क्या अनुभव झूठ है ?
~ अनुभव सत्य कब लगता है ?
~ कौनसे अनुभव लेने चाहिए ?
~ कौनसे अनुभव लेने से अहंकार बचता है ?


संगीत: मिलिंद दाते
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