!! संत शाह रोशन जी के जलवे !! जब जलवो की बात होती है संत सा रोशन जी तेरानाम आता है !!
मस्ताना जी की रूहानी साथ संगत के रूप में यह भंडारा
17 और 18 अप्रैल को हर साल राजस्थान गंगानगर के रायसिंहनगर नगर में मनाया जाता है यहां पर दुर्धरा से साथ संगत इकट्ठी होती है पहले शाह मस्ताना जी के शिष्य पूजनीय गुरु संत कर रोशन जी यहां पर विराज थे गद्दी पर
संत सा रोशन जी शाह मस्ताना जी को प्यारे प्यारे हो गए अब यह गद्दी रोहतास रामधारी जी को दे गए है यहां पर दूर से आई साथ संगत बाबा जी के प्रवचन को सुनकर अपने जीवन में उतार रही है और शाम रोशन जी के वचनों पर अमल कर रही है