MENU

Fun & Interesting

नवनाथ मंत्र 108 जप | जाप 108 बार Navnath Mantra 108 Times, Jap | Dhun, Spiritual Mantra

Video Not Working? Fix It Now

गोरक्ष जालंदर चर्पटाक्श्र । अडवंग-कानिफ मच्छिँदराद्या: ॥ चौरंगी रेवाणक भर्त्रि संज्ञा । भुम्या बभुवुर्नवनाथ सिध्दा: ॥ उक्त स्मरण का पाठ प्रतिदिन करे। इससे पापों का क्षय होता है, मोक्ष की प्राप्ति होती है। सुख-सम्पत्ति-वैभव से साधक परिपूर्ण हो जाता है।

Comment