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पापियों पर काल बनकर टूटेंगे यह 8 लोग - देंगें भगवान कल्कि का साथ । कलयुग के आठ महामानव । kalki avtar

Rahasya Duniya Hindi 429,595 12 months ago
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पापियों पर काल बनकर टूटेंगे यह 8 लोग - देंगें भगवान कल्कि का साथ । कलयुग के आठ महामानव । kalki avtar यह आठ लोग हजारों सालों से जंगलों में भटक रहे हैं ? हजारों सालों से कर रहे हैं भगवान कल्कि का इंतजार ? यह आठ लोग भगवान कल्कि के साथ मिलकर करेंगें कलयुग का अंत ? इनमें से एक भगवान कल्कि के गुरु होंगें ? और कुछ होंगें भगवान कल्कि के अंग रक्षक ? इन आठ लोगों में कोई सतयुग से , कोई द्वापर युग से , तो कोई त्रेतायुग से , कर रहा है , भगवान कल्कि के आने का इंतजार । यह सभी आठ लोग चिरंजीवी हैं । अर्थात् इनकी कभी मृत्यु नहीं होने वाली है । प्राचीन हिंदू इतिहास और पुराणों के अनुसार ऐसे आठ व्यक्ति हैं, जो चिरंजीवी हैं। यह सब किसी न किसी वचन, नियम या शाप से बंधे हुए हैं और यह सभी दिव्य शक्तियों से संपन्न है। योग में जिन अष्ट सिद्धियों की बात कही गई है वे सारी शक्तियाँ इनमें विद्यमान है। हिंदू धर्म अनुसार इन्हें आठ जीवित महामानव कहा जाता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं की यह आठ लोग कौन - कौन हैं ? और कैसे यह कलयुग में भगवान कल्कि का साथ देंगें ? अभी यह आठ लोग कौन - कौन से स्थान पर हैं ? कलयुग के अंत के बाद इन आठ लोगों का क्या होगा ? तो विडियो को एंड तक जरुर देंखें । और विडियो पसंद आये तो प्लीज विडियो को लाइक करें । और चैनल को सब्सक्राइब करके साथ में घंटी वाला वेल आइकन जरुर दबा दें , ताकी ऐसे ही न्यू विडियो का नाटिफिकेशन, आपको सबसे पहले मिल सके । तो चलिये दोस्तों बिना टाइम को बेस्ट किये विडियो को स्टार्ट करते हैं । 1. परशुराम - दोस्तों ,परशुराम जी ने अपने पिता के कहने पर अपनी माता का सिर काट दिया था , गणेश जी का एक दांत तोड़ दिया था और और ऐसा भी कहा जाता है की उन्होंने कयी बार पृथ्वी से क्षत्रियों का विनाश कर दिया था । परशुराम का कलयुग में भी , भगवान कल्कि के साथ में विशेष रोल होने वाला है । भगवान विष्णु के छठे 'आवेश अवतार' भगवान परशुराम का जन्म सतयुग और त्रेता के संधिकाल में वैशाख शुक्ल तृतीया के दिन-रात्रि के प्रथम प्रहर प्रदोष काल में हुआ था। परशुराम को शास्त्रों की शिक्षा दादा ऋचीक, पिता जमदग्नि तथा शस्त्र चलाने की शिक्षा अपने पिता के मामा महर्षि विश्वामित्र और भगवान शंकर से प्राप्त हुई। परशुराम योग, वेद और नीति में पारंगत थे। ब्रह्मास्त्र समेत विभिन्न दिव्यास्त्रों के संचालन में भी वे पारंगत थे। त्रैतायुग से द्वापर युग तक परशुराम के लाखों शिष्य थे। महाभारतकाल के वीर योद्धाओं भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण को अस्त्र-शस्त्रों की शिक्षा देने वाले गुरु, शस्त्र एवं शास्त्र के धनी ॠषि परशुराम का जीवन संघर्ष और विवादों से भरा रहा है। परशुराम के 4 बड़े भाई थे। एक दिन जब सभी पुत्र फल लेने के लिए वन चले गए, तब परशुराम की माता रेणुका स्नान करने गईं। जिस समय वे स्नान करके आश्रम को लौट रही थीं, उन्होंने गन्धर्वराज चित्रकेतु को जलविहार करते देखा। यह देखकर उनके मन में विकार उत्पन्न हो गया और वे खुद को रोक नहीं पाईं। महर्षि जमदग्नि ने यह बात जान ली। इतने में ही वहां परशुराम के बड़े भाई रुक्मवान, सुषेणु, वसु और विश्वावसु भी आ गए। महर्षि जमदग्नि ने उन सभी से बारी-बारी अपनी मां का वध करने को कहा, लेकिन मोहवश किसी ने ऐसा नहीं किया। तब मुनि ने उन्हें श्राप दे दिया और उन सबकी विचार शक्ति नष्ट हो गई। फिर वहां परशुराम आए और तब जमनग्नि ने उनसे यह कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने पिता का आदेश पाकर तुरंत अपनी मां का वध कर दिया। यह देखकर महर्षि जमदग्नि बहुत प्रसन्न हुए और परशुराम को वर मांगने के लिए कहा। तब परशुराम ने अपने पिता से माता रेणुका को पुनर्जीवित करने और चारों भाइयों को ठीक करने का वरदान मांगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना की किसी को स्मृति न रहे और अजेय होने का वरदान भी मांगा। महर्षि जमदग्नि ने उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर दीं। समाज में आम धारणा यह है कि परशुराम ने 21 बार धरती को क्षत्रियविहीन कर दिया था। यह धारणा गलत है। भृगुक्षेत्र के शोधकर्ता साहित्यकार शिवकुमार सिंह कौशिकेय के अनुसार जिन राजाओं से इनका युद्ध हुआ उनमें से हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन इनके सगे मौसा थे। जिनके साथ इनके पिता जमदग्नि ॠषि का कई बातों को लेकर विवाद था । ‌जिसमें दो बड़े कारण थे। पहला कामधेनु और दूसरा रेणुका। Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Nonprofit, educational or personal use tips the balance in favour of fair use. Photos with the videos remain the property of their respectfully owners. If any of photos is featured in my video if want to remove or want credit than kindly contact me through mail which is given in my channel about section Disclaimer : Our objective is not to promote any kind of damned story and superstitious. This video is for your entertainment only. The information given in the video is according to the information received on the Internet. We do not confirm its truth in any way. This video is for entertainment only and only. And our motive is not to hurt anyone's feelings. #rahasyaduniyahindi #kalki #chiranjeevi #kalkiavatar #kalyug

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