A musical masterpiece: 'Afreen Afreen,' a heartfelt rendition by Ustad Nusrat Fateh Ali Khan, with lyrics penned by Javed Akhtar!
Song - Afreen Afreen
Artist - Nusrat Fateh Ali Khan
Music Director - Nusrat Fateh Ali Khan
Lyricist - Javed Akhtar
Lyrics
ऐसा देखा नही खूब-सूरत कोई
जिस्म जैसे अजंता की मूरत कोई
जिस्म जैसे निगाहों पह जादू कोई
जिस्म नगमा कोई
जिस्म खुश-बू कोई
जिस्म जैसे महकती हुई चाँदनी
जिस्म जैसे मचलती हुई रागिनी
जिस्म जैसे किः खिलता हुआ इक चमन
जिस्म जैसे किः सूरज की पहली किरण
जिस्म तरषा हुवा दिल-काश ओ दिल-निषीन
संदलीं संदलीं
मरमरीन मरमरीन
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
तू भी देखे अगर तो कहे हम-निषीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
जाने कैसे बाँधे तू ने अखियों के डोर
मन मेरा खींचा चला आया तेरी ओर
मेरे चेहरे के सुबह ज़ुल्फोन की शाम
मेरा सब कुच्छ है पिया अब से तेरे नाम
नज़रों ने तेरी छुआ
तो है इह जादू हुआ
होने लगी हूँ मैं हसीन
आफ्रीं आफ्रीं आफ़िरीन
चेहरा इक फूल की तरह शादाब है
चेहरा उस का है या कोई महताब है
चेहरा जैसे गाज़ल चेहरा जान-ई गाज़ल
चेहरा जैसे कली चेहरा जैसे कंवल
चेहरा जैसे तसवउर भी तस्वीर भी
चेहरा इक खाब भी चेहरा ता'बियर भी
चेहरा कोई आल्फ लालावी दास्तान
चेहरा इक पल यक़ीन चेहरा इक पल गुमान
चेहरा जैसा के चेहरा कहीं भी नही
माह-रु माह-रु माह-जबीन माह-जबीन
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
तू भी देखे अगर तो कहे हंनिषीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
हुस्न-ई जानां की ता'रीफ मुमकिन नही
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
आफ़िरीन आफ़िरीन
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Label- Saregama India Limited
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