क्या AI हमें बचाएगी? या हमें मार डालेगी? जापान में, AI बूढ़ी होती आबादी के लिए उम्मीद की किरण है. लेकिन सिलिकॉन वैली के शोधकर्ता चेतावनी दे रहे हैं कि एआई की वजह से अनियंत्रित ताक़तें बढ़ रही हैं – जिससे इंसानी अस्तित्व को खतरा है.
क्या एआई इंसानों के जीवन को बेहतर बनाने में मददगार होगी या उनके अंत का कारण बनेगी? डेवलपर हमारी जिंदगी के हर कदम पर एआई को शामिल करने में जुटे हुए हैं और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में इससे काफ़ी उम्मीदें हैं. लेकिन अगर एआई को दूसरे ख़तरनाक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाए, तो क्या होगा?
जापान में, साइबरडाइन कंपनी के संस्थापक और वैज्ञानिक बीमार और बुजुर्गों के जीवन स्तर को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. प्रोफेसर योशियुकी संकाई के एआई-संचालित "रोबोटिक सूट्स" का इस्तेमाल मरीजों के पुनर्वास में किया जाता है. ये सूट्स लकवाग्रस्त मरीजों या दूसरे मरीज़ों को फिर से चलने में मदद कर सकते हैं. उन्होंने एक ऐसी दुनिया की कल्पना की है जिसमें एआई इंसानों का दोस्त होगा, एक नए तरह के नए, अच्छे दिव वाले जीव की तरह.
लेकिन एआई की जन्मस्थली सिलिकॉन वैली में, एक चिंताजनक विरोधाभास है. कई डेवलपर गहरे तौर पर अनिश्चित हैं कि वे किसी अनियंत्रित ताक़तों को छोड़ रहे हैं. गैब्रिएल मुकोबी स्टैनफोर्ड में कंप्यूटर विज्ञान छात्र हैं जो चेतावनी दे रहे हैं कि एआई हमें विपदा और मानव विलुप्ति की ओर ले जा सकती है. वे रिसर्चरों की एक छोटी सी टीम के अगुआ हैं जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि एआई सभी के लिए सुरक्षित और उपयुक्त हो.
एआई के वादे और खतरे क्या हैं? और यह कौन तय करता है कि इसका इस्तेमाल कैसे हो?
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