Date - 21 September 2019
आर्थराइटिस यानि गठिया ... हड्डियों के जोड़ों से जुड़ा रोग है। गठिया के 100 से ज्यादा प्रकार पाए जाते है और इनमें से एक सामान्य तौर पर पाया जाने वाला गठिया का प्रकार है रूमेटाइड अर्थराइटिस । ये एक तरह का गठिया रोग ही है लेकिन इस बीमारी के लक्षण का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। हालांकि इस समस्या में सूजन, जोड़ों में तेज दर्द होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।दरअसल, इम्यून सिस्टम प्रोटीन, बायोकेमिकल्स और कोशिकाओं से मिलकर बनता है, जोकि शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। कभी-कभी इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी होने के कारण शरीर में मौजूद प्रोटीन खत्म होने लगता है। समय के साथ, हड्डियों को आपस में जोड़ने वाले लिगामेंट्स कमजोर हो जाते है। ऐसे में हड्डी अपनी जगह से हट जाती है और विकृत भी हो सकती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस आमतौर पर पहले हाथ और पैर में छोटे जॉइंट्स को प्रभावित करता है। ये बाद में कलाई, कोहनी, टखनों, घुटनों, कूल्हों और कंधों तक फैल सकता है। वैसे तो ये समस्या ज्यादातर जोड़ों में होती है लेकिन सावधानी और सही इलाज न करने के कारण यह फेफड़ों को भी अपनी चपेट में ले लेता है।इस बीमारी के सटीक कारण पता नहीं है क्योकि शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली के खुद पर हमला करने के क्या कारण है से साफ नहीं है। ये संभावना है कि इसमें जीन एक भूमिका निभाते हैं और किसी व्यक्ति को स्थिति के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं।
Doctors:
Dr Vipin Madhogariha, Orthopedic & Joint Replacement Surgeon, Safdarjung Hospital
Dr Mohit Mathur, Reader, Department of Practice of Medicine, Nehru Homeopathic Medical College & Hospital
Dr Mahesh Vyas, Head, Basic of Principals, All India Institute of Ayurveda
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