#bhojaram kavi #राजस्थानी कवि :- हमारी संस्कृति में ढाटी भाषा के रूप में जाने माने कवि भोजराज परदेशी का नाम जाना जाता है साथ ही सिंधी काव्य धारा और उर्दू भाषी पहेलियाँ इनके कंठ स्वर का मुख्य गहना माना जाता है! भारत - पाक सीमांत क्षेत्रों में इनको कवियों की श्रेणी में बहुत सराहा जाता है. राजस्थान के साथ साथ पाकिस्तान में भी इनकी गहरी छाप छोड़ी हुई है. इनके काव्य शैली महान कवि के रूप में देखी जा सकती है.. सभी साथियों से निवेदन है कि आप मेरे चैनल को subscribe जरूर करें हम आपको एसी ही अनेक कविताओं को आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे #आपका विश्वासी..