गुरु गुरु बोल मन गुरु गुरु बोल रे (२)
गुरुने दिया है हरीनाम अनमोल रे (२)
करज गुरु का ना उतरे
हरी बिसरे गुरु कभी ना बिसरे (२)
गुरु गुरु बोल मन गुरु गुरु बोल रे (२)
गुरू ब्रह्मा गुरु विष्णु महेश है (२)
गुरू को नमन हमें करना हमेश है (२)
सोया भाग्य जगाता है
गुरु तीन लोकका दाता है (२)
गुरु गुरु बोल मन गुरु गुरु बोल रे (२)
गुरु का जहां मे बडा उचा स्थान है (२)
गुरु जो मिले तो मिलजाता भगवान है (२)
चारों वेद पुकार करे
गुरु महिमा ए अपरम्पार करे (२)
गुरु गुरु बोल मन गुरु गुरु बोल रे (२)
ध्रुव प्रहलाद और मीरा कबीरने (२)
सब संतो पीरोने और फकीरने (२)
पहेले गुरु को पाया हैं
पीछे भेद गुरुदा पाया है (२)
गुरु गुरु बोल मन गुरु गुरु बोल रे (२)
आज भी सुखों का गुरु बाटता खजाना है (२)
ओम ही ओम ए कहेता जमाना है (२)
सोया भाग्य जगाता है
गुरु तीन लोकका दाता है (४)
aap ko yah bhajan sunke acha laga ho to channel subscribe kijiye like kijiye or share kijiye or ha comment me jay baba swami likhna na bhule. Visit this site - www.samarpanmeditation.org
https://www.youtube.com/channel/UCJLiY6BTA2TfIg1TWa7ICvw
thanks for watching
samarpan meditation bhajan
samarpanmeditationbhajan