Classical Kumaoni Uttarakhand Holi Baithak(लखनऊ २०१५)-"अब तो तिहारी" श्री के सी मिश्रा द्वारा
राग- सहाना
शब्द- बैयाँ पकड़ मोपे मलत गुललवा, अब तो तिहारी बन आई छ्यलवा
संग की की सहेली दूर निकस गयी, मैं हूँ अकेली छ्यलवा
दिनांक-१५ फरवरी २०१५
स्थान- श्री नीरज पंत, नाका हिंडोला लखनऊ