MENU

Fun & Interesting

Hanuman Chalisa | श्री हनुमान चालीसा 🌺🙏 | Original Video | Hanuman Chalisa lyrics | 🙏🌺

SomethingNew 3,344 lượt xem 1 month ago
Video Not Working? Fix It Now

Hanuman Chalisa | श्री हनुमान चालीसा 🌺🙏 |Original Video | Hanuman Chalisa lyrics | 🙏🌺
#jayshreeram

: हनुमान चालीसा :

: दोहा :
श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुर सुधारि ।
बरनऊ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौ पवन कुमार ।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥

: चौपाई :
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपिस तिहुँ लोक उजागर ॥

रामदूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥

महावीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥

कंचन बरण बिराज सुबेसा ।
कानन कुंडल कुंचित केसा ॥

हाथ बज्र और ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेऊ साजै ॥

शंकर सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जग वंदन ॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
विकट रूप धरि लंक जरावा ॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचंद्र के काज सँवारे ॥

लाये सजीवन लखन जियाये ।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥

रघुपति किन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना ।
लंकेश्वर भये सब जग जाना ॥

जुग सहस्त्र जो जन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत ना आज्ञा बिनु पैसारे ॥

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रक्षक काहू को डरना ॥

आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तै काँपै ॥

भूत पिशाच निकट नहिं आवै ।
महावीर जब नाम सुनावै ॥

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥

संकट तै हनुमान छुड़ावै ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिनके काज सकल तुम साजा ॥

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥

चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥

साधु संत के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दु:ख बिसरावै ॥

अंत काल रघुवर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई ॥

और देवता चित्त ना धरई ।
हनुमत सेइ सर्व सुख करई ॥

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥

जय जय जय हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥

जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥

: दोहा :
पवनतनय संकट हरन,मंगल मूरति रूप ।
रामलखन सीता सहित,हृदय बसहु सुर भूप ॥


'सियावर रामचंद्र की जय, पवनसुत हनुमान की जय'

#hanumanchalisa
#gulshankumar
#hanuman #hanumanji
#GULSHANKUMARhanumanchalisha
#श्रीहनुमानचालीसा
#bhakti
#bhajan
#bhaktisong
#devotional
#devotionalsong
#god

Comment