प्रवेश हेतु :-
* स्वामी आत्मानंद वैदिक गुरुकुल मलारना चौड़ सवाई माधोपुर (राजस्थान)*
वीर भूमि राजस्थान के गांव मलारना चौड़, जिला- सवाई माधोपुर के प्रदूषण से दूर विशाल परिसर में स्थित प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर वातावरण में प्राचीन व आधुनिक शिक्षा के केंद्र की स्थापना वीतराग संत सर्वोदय सन्यासी स्वामी आत्मानंद जी महाराज द्वारा की गई है* वर्तमान में जिसका कुशल संचालन *आर्य जगत के सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान् प्रवक्ता आचार्य सोमदेव आर्य के नेतृत्व में*, उपाचार्य सर्वमित्र आर्य जी के सानिध्य में* किया जा रहा है, जहां पर सुयोग्य आचार्य एवं अध्यापकों द्वारा बहुमुखी प्रतिभा का विकास किया जाता है । गुरुकुल शिक्षा पद्धति व्यक्ति के अज्ञान व अहंकार को दूर कर उसकी प्रसुप्त प्रतिभाओं को जागृत कर, ज्ञान-विज्ञान के द्वार खोल देती है | चौमुखी विकास करती है। गुरुकुलीय शिक्षा समाज व राष्ट्रनिर्माण की आधारशिला है |गुरुकुलीय शिक्षा केवल एक विषय ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानव समाज और व्यक्तित्व विकास की नींव है आप कितने ही कुशल डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक या बिजनेसमैन बन जाएं , लेकिन यदि आप में संस्कार, नैतिकता, मानवता इत्यादि गुणों का अभाव है तो ज्ञान का दुरूपयोग ही होगा | गुरुकुलीय शिक्षा प्रणाली ही मनुष्य को सच्चा मनुष्य बनाती है | गुरुकुलीय शिक्षा ही मनुष्य में मानवीय गुणों को विकसित करती है और उसके चरित्र का निर्माण करती है | गुरुकुल के पढ़े छात्र समाज के अज्ञान, अन्याय, शिक्षा के अभाव को दूर करने में सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। वे विनम्रता, सच्चरित्रता, साहस, स्वाभिमान से भरे रहते हैं । गुरुकुल के छात्रों में लक्ष्य के प्रति दृढ़ता, कर्तव्य के प्रति सजगता, राष्ट्र के प्रति प्रेम, समाज के लिए सेवा, सद्भाव आदि अनेक गुणों का स्वभावतः विस्तार होता है। गुरुकुल के विद्यार्थी पाखंड , अंधविश्वास से दूर रहते हैं। भारतीय संस्कृति के पोषक होते हैं l
यदि आप अपने बच्चों को संस्कारवान मानवीय गुणों से संपन्न बनाना चाहते हैं ,यदि आप अपने बच्चों को वेद, दर्शन, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, विदुरनीति, सत्यार्थ प्रकाश इत्यादि ग्रन्थों का ज्ञान कराना चाहते हैं , यदि आप अपने राष्ट्र के लिए स्वस्थ, समृद्ध , विचारवान, त्यागी, तपस्वी और कर्मशील नायक देना चाहते हैं तो समाज को इन सब गुणों से युक्त नागरिक देने के लिए वैदिक गुरुकुल मलारना चौड़ कटिबद्ध है।
वैदिक गुरुकुल मलारना चौड़ की विशेषताएं :-
१. प्राचीन संस्कृति सभ्यता से जोड़ने के लिए विशाल यज्ञशाला जिसमें नित्य प्रति आध्यात्मिक विकास के लिए उपासना, यज्ञ, उपदेश व प्रवचन होते हैं।
२. विद्यार्थियों के लिए शुद्ध पौष्टिक भोजन की व्यवस्था ।
३. शुद्ध दूध के लिए गुरुकुल में गौशाला जिसमें भारतीय नस्ल की देशी गाय ।
४. शारीरिक उन्नति के लिए विशाल खेल मैदान ।
५. गुरुकुल में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था ।
६. आर्य वीर दल के माध्यम से विशेष शारीरिक व बौद्धिक विकास का प्रशिक्षण ।
७. राजस्थान संस्कृत बोर्ड से मान्यता प्राप्त ।
८. सी.सी.टीवी कैमरों से लैस विद्यालय भवन ।
९. स्मार्ट क्लासिज, कम्प्यूटर लैब ।
*नोट- गुरुकुल में प्रवेश हेतु 23 मार्च व 13 अप्रैल को परीक्षा ली जाएगी । उत्तीर्ण होने पर ही छात्र का प्रवेश होगा*
। संपर्क सूत्र:- 8199938001,9024669555, 9929250780
"आत्मनिरीक्षण"
1. "आत्मनिरीक्षण के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बनाएं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें।"
2. "आत्मनिरीक्षण की शक्ति को अनुभव करें और अपने जीवन को सकारात्मक बनाएं।"
3. "आत्मनिरीक्षण के माध्यम से अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं और अपने सपनों को पूरा करें।"
4. "आत्मनिरीक्षण के माध्यम से अपने जीवन को अधिक अर्थपूर्ण और उद्देश्यपूर्ण बनाएं।"
5. "आत्मनिरीक्षण की यात्रा पर चलें और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए तैयार हो जाएं।"
6. "आत्मनिरीक्षण के बिना जीवन कैसे प्रभावित हो सकता है? जानें और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।"
7. "आत्मनिरीक्षण की कमी के कारण हम अपने लक्ष्यों से दूर हो सकते हैं। जानें और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।"
8. "आत्मनिरीक्षण के बिना हम अपने जीवन को नकारात्मकता से भर सकते हैं। जानें और अपने जीवन को सकारात्मक बनाएं।"
9. "आत्मनिरीक्षण की कमी के कारण हम अपने संबंधों को खराब कर सकते हैं। जानें और अपने संबंधों को बेहतर बनाएं।"
10. "आत्मनिरीक्षण के बिना हम अपने जीवन को अर्थहीन बना सकते हैं। जानें और अपने जीवन को अर्थपूर्ण बनाएं।"
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