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कबीर साहेब जी की अंतिम यात्रा की कहानी||Kabir Saheb Ji Ki Antim Yatra Ki Kahani||काशी से चले मगहर||

DK History 84,559 2 months ago
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कबीर साहेब जी की अंतिम यात्रा की कहानी||Kabir Saheb Ji Ki Antim Yatra Ki Kahani||काशी से चले मगहर|| ब्योरा:- दर्शकों नमस्कार। इस विडिओ मे जानेंगे कबीर साहेब जी की अंतिम यात्रा की कहानी। कृप्या इस कहानी को अन्त तक जरुर देखे। कबीर साहेब जी के विषय में सभी साधु संतो और आचार्यों का अलग अलग मत हैं। कोइ कहता है कि कबीर जी एक सच्चे संत थे। कोइ कहता है कि कबीर जी भगवान के सबसे अच्छे भक्त थे। कोइ कहता है कि कबीर जी एक महान कवि थे। कोई कहता है कि कबीर साहेब जी स्वयं परमात्मा थे। आप क्या मानते है कमेंट में जरुर बताना। तो यहा पर हम कबीर साहेब जी को एक सामाज सुधारक संत या सतगुरु मानकर चलते हैं।सतगुरु कबीर साहिब पाखंड और अंध विश्वास के खिलाफ आवाज उठाते हुए । पूरे देश में अपनें ज्ञान के जोड़ से पाखंड और अंध विश्वास को समाप्त कर रहे थे। और सत्य ज्ञान और सत्य भगति बता रहे थे। ऐसे करते हुए उनके 120 वर्ष हो चुके थे। तब उन्होने अपनें निज धाम सतलोक जानें के लिए जो समय निर्धारित किया था। वह समय आ गया। और मगहर में अकाल का प्रभाव था। वहा के नबाब बिजली खा कबीर साहेब जी की महिमा सुनकर बुलाने के लिए काशी में पहुंच गए। और कबीर साहेब जी से अपना सारा बिबरन बताया, तो कबीर साहिब जी ने जानें के लिए तैयार हो गए। जाते जाते उन्होने सबसे बडे़ अंध विश्वास और पाखंड का खात्मा करते हुए। मगहर में अपना अंतिम ज्ञान दिया। कहा जाता था कि काशी में मरने वाले को मोक्ष प्राप्त होता हैं। और मगहर में मरने वाले नर्क में जाते है। और गधा का जन्म होता हैं। इस अंध विश्वास को समाप्त करने के लिए कबीर साहेब जी ने काशी से मजहर को चल पड़े। कई साधु संतों के मना करने के बाद भी, वे मगहर जाने के लिए तैयार हो गए। उनकी मगहर यात्रा में उनके साथ शिष्य और राजा प्रजा सभी सामिल हो गए।यात्रा में काशी के हजारों लोगों की भीड़, इस तरह से आकर शामिल हो रही थी, जैसे उनका कोई खास रखवाला काशी को हमेशा के लिए त्याग कर जा रहा है। आज वे असहाय प्रतीत हो रहे थे, क्योंकि अब उनके सुख-दुख को पूछने वाला कोई नहीं रहेगा। सभी की आँखें आँसुओं से पूर्ण थीं और हृदय व्यथित था। कबीर साहिब के यात्रा की अगु वाई नवाब बिजली खाँ और काशी नरेश वीर देव सिंह बघेल कर रहे थे। राजा वीर देव सिंह बघेल के साथ उनके सैन्यदल का विशेष दस्ता था। उस समय उमड़े जन-सैलाब को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे किसी प्रजा पालक महाराजा की विदाई की जा रही हो। संपूर्ण जानकारी के लिए इस वीडियो को अंत तक जरुर देखे। धनयबाद। कबीर साहेब की मगहर लीला मगहर लीला की कहानी कबीर साहेब जी की मगहर लीला कबीर साहेब के मगहर की लीला कबीर साहेब जी की कहानी कबीर साहेब की मगहर लीला संत रामपाल जी कबीर साहेब की मगहर लीला संत रामपाल जी महाराज कबीर साहेब की मगहर से सतलोक जाने के बाद की लीला कबीर जी की मगहर लीला कबीर साहिब जी की मगहर व काशी की लीला वर्णन कबीर साहेब की लीलाएं कबीर साहेब जी की मगहर यात्रा कबीर साहेब मगहर कबीर साहेब चले मगहर मगहर लीला कबीर जी कबीर साहेब की कहानी कबीर साहेब मगहर से सतलोक Kabir sahab's Maghar leela Story of Maghar leela Kabir sahab's Maghar leela Kabir sahab's Maghar leela Kabir sahab's story Kabir sahab's Maghar leela Sant Rampal ji Kabir sahab's Maghar leela Sant Rampal ji Maharaj Kabir sahab's leela after going from Maghar to Satlok Kabir ji's Maghar leela Description of Kabir sahab's leela of Maghar and Kashi Kabir sahab's leela Kabir sahab's journey to Maghar Kabir sahab to Maghar Kabir sahab goes to Maghar Maghar leela Kabir ji Kabir sahab's story Kabir sahab from Maghar to Satlok Disclimer :- Copyright Disclimer under section 107 of the copyright act of 1976, allonce is made for "fairuse"for perposes such as cricticism, comment, news reloting, Teaching, Education Scholarship and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. #कबीर #कहानी #काशी #मगहर #अंतिमयात्रा #kabir #kahani #kashi #magahar #Antimyatr #motivation #History #DkHistory

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