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#मंजुल भगत की कहानी-दोबारा | Manjul Bhagat ki kahani | AudioStory | हिन्दी कहानी #स्वर-सीमा सिंह

Hindi Sahitya:SeemaSingh 7,812 10 months ago
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मंजुल भगत की कहानी-दोबारा Manjul Bhagat ki kahani Hindi Story हिन्दी कहानी स्वर-सीमा सिंह मंजुल भगत (1936 - 1998) जन्म : 22 जून, 1936, मेरठ (उत्तर प्रदेश)। शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.ए. (अंग्रेज़ी)। मंजुल भगत ने लेखन कार्य 1970 में आरम्भ किया। मूलतः वे कहानीकार हैं, इसलिए उनकी हर कहानी एक मुकम्मिल रचना होती है। प्रमुख कृतियाँ हैं : क्या छूट गया, टूटा हुआ इन्द्रधनुष, लेडीज़ क्लब, अनारो, बेगाने घर में, ख़ातुल, तिरछी बौछार और गंजी (उपन्यास); गुलमुहर के गुच्छे, आत्महत्या से पहले, कितना छोटा सफ़र, बावन पत्ते और एक जोकर, सफ़ेद कौआ, दूत, बूँद और अन्तिम बयान (कहानी-संग्रह)। अनेक रचनाएँ भारतीय एवं विदेशी भाषाओं में अनूदित एवं प्रकाशित। हिन्दी अकादमी, दिल्ली के साहित्यकार सम्मान से अलंकृत की गयीं और ख़ातुल उपन्यास पर कृति पुरस्कार दिया गया। निधन : 31 जुलाई, 1998; दिल्ली।

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