सभी दोस्तों से निवेदन है कि इस कथा को एक बार जरूर सुने और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें धन्यवाद कथावाचक गोपाल नाथ मुरसान श्री बांके बिहारी स्टूडियो