भक्त शिरोमणि करमैती बाई का अद्भुत चरित्र | Premanand Ji Maharaj
भक्त शिरोमणि करमैती बाई का अद्भुत चरित्र सभी के लिए जानने योग्य है , भक्त शिरोमणि करमैती बाई राजगुरु की बेटी थीं, जिसने शाही सुख-सुविधाओं में जीवन बिताया, एक दिन सब कुछ छोड़कर भगवान श्रीकृष्ण से मिलने के लिए निकल पड़ीं। उनकी यात्रा मुश्किलों, तप और अद्भुत प्रेम से भरी हुई थी। इस यात्रा में उन्होंने सांसारिक सुखों, समाज की मर्यादाओं और व्यक्तिगत दर्द को त्यागते हुए भक्ति और त्याग का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
तीन दिन और तीन रातों तक ऊंट की हड्डियों के ढांचे में बिना भोजन और पानी के रहकर, अपने मन में सिर्फ भगवान से मिलने की इच्छा को जीवित रखा। क्या कर्मति बाई अपने लक्ष्य तक पहुँच पाईं? उनके पिता और समाज ने उनके इस कदम को कैसे देखा? यह कहानी न केवल भक्ति की शक्ति को दर्शाती है, बल्कि यह भी सिखाती है कि सच्चा प्रेम और समर्पण किसी भी बाधा को पार कर सकता है।
आइए, इस अद्भुत कथा को जानें और श्रीकृष्ण भक्ति का गहन अनुभव करें।
#premanandjimaharaj
#shrihitpremanandgovindsharanjimaharaj
#shrihitpremanandgovindsharanji
#krishna
#भगवान
#adhyatmik
#spritual
#premamanandji