हमारे समाज में समय समय पर कुछ ऐसे महान संत पुरुषों ने जन्म लिया। जिनके विचार और सकारात्मक ऊर्जा इतनी प्रभावशाली थी। जिसने पीढ़ियों को एक महान संदेश दिया सही जीवनशैली सिखाई, महान शिक्षा दी और ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा का सही मार्ग दिखाया। ऐसे महापुरुष जो सदियों बाद भी याद रखे जाएंगे ऐसे ही एक महापुरूष थे सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरू श्री गुरू नानक देव जी। जिन्होंने बचपन से ही चमत्कार दिखाना शुरू कर दिया था। जिनकी बुद्धिमता का लोहा हर इंसान मान रहा था। उनपर परमात्मा का वास था वो जात पात और रूढ़ीवादी विचारों के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में समाज के उत्थान के कई काम किए। वो कहते थे ईश्वर एक है। भले ही उसकी उपासना के अलग अलग तरीके हों। उन्हीं के द्वारा शुरू की गई लंगर की महान परंपरा आज भी जारी है जो पूरी तरह से समानता के सिद्धांत पर आधारित है ये परंपरा समाज में विभाजित वर्गों के बीच की खाई को भरती है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन गुरू नानक जयंती मनाई जाती है। जिसे प्रकाश पर्व भी कहा जाता है। इस त्यौहार के लिए पूरे देश में तमाम तरह की तैयारियां कर ली गईं हैं। करतारपुर साहिब गुरूद्वारे पर सरकार के एतिहासिक फैसले के बाद कई मायनों में ये प्रकाश पर्व बहुत ज्यादा ख़ास हो जाता है। आज विशेष के इस अंक में हम समझेंगे सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के जीवन को, उनके विचार, उनके संदेशों को, साथ ही साथ जानेंगे करतारपुर से उनके संबंध को...
Anchor - Vaibhav Raj Shukla
Producer - Rajeev Kumar, Amrita Chaurasia
Production - Akash Popli
Reporter - Bharat Singh Diwakar
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Satish Chandra, Rama Shankar