आज हम एक ऐसी शख्सियत की बात कर रहे हैं... जिनको हम आर्य समाज के संस्थापक, आधुनिक भारत के महान चिंतक, समाज-सुधारक और एक सच्चे देशभक्त के रूप में याद करते हैं। जिन्होने बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कुरीतियों को मिटाने के लिए अपना विशेष योगदान दिया .. जी हां हम बात कर रहे हैं.. स्वामी दयानंद सरस्वती की। गुजरात में जन्में स्वामी दयानंद सरस्वती के शिक्षा से लेकर समाज उत्थान के तमाम कार्यों के कारण वे एक 'संन्यासी योद्धा' कहलाए। वे स्वामी जी ही थे जिन्होने 'स्वराज' का नारा दिया ... जिसे बाद में लोकमान्य तिलक ने आगे बढ़ाया... स्वामी जी हमेशा अपने उपदेशों के ज़रिए युवाओं को देश प्रेम और देश की स्वतंत्रता के लिए मर मिटने की प्रेरणा देते रहे। उन्होंने उम्र भर हिंदी भाषा का प्रचार किया। स्वामी जी की इच्छा थी कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे देश में हिन्दी का परचम लहराए। स्वामी दयानंद सरस्वती उन महान संतों में अग्रणी हैं जिन्होंने देश में प्रचलित अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, कई तरह के आडंबरों और सभी अमानवीय आचरणों का पुरज़ोर विरोध किया...उनका कालजयी ग्रन्थ.. सत्यार्थ प्रकाश वैचारिक क्रान्ति का महान शंखनाद है। इसीलिए स्वामी दयानंद सरस्वती अपने महान व्यक्तित्व एवं विलक्षण प्रतिभा के कारण जनमानस के हृदय में आज भी विराजमान हैं विशेष के इस अंक में देखिए स्वामी दयानंद सरस्वती के जीवन को करीब से जानिए उन्होंने समाज सुधार के कितने महत्वपूर्ण कार्य किए... इसके साथ ही उनकी पुस्तकों के साथ उनके विचारों को भी समझिए
Anchor – Vaibhav Raj Shukla
Producer - Ritu Kumar, rajeev kumar
Production – Akash Popli
Reporter - Bharat Singh Diwakar
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Saif Khan, ali, vijendra