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The Moving God - महासू देवता, उत्तराखंड के चलायमान और महाशक्तिमान देवता चालदा महासू (जौनसार बावर)

Shiva Trust Himalaya 20,950 2 years ago
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उत्तराखंड में लोक देवताओं से संबंधित अनेक कथाएं प्रचलित हैं। इनमें सबसे रोचक है लोक देवता महासू की कथा। न्याय के देवता के रूप में प्रतिष्ठित महासू देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर से संबंध रखते हैं। इनका मुख्य मंदिर टोंस नदी के पूर्वी तट पर चकराता के पास हनोल गांव में स्थित है। महासू असल में एक देवता नहीं, बल्कि चार देवताओं का सामूहिक नाम है। स्थानीय भाषा में महासू शब्द 'महाशिव' का अपभ्रंश है। चारों महासू भाइयों के नाम बासिक महासू, पबासिक महासू, बौठा महासू और चालदा महासू हैं, जो कि भगवान शिव के ही रूप माने गए हैं। इनमें बासिक महासू सबसे बड़े हैं, जबकि बौठा महासू, पबासिक महासू व चालदा महासू दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर के हैं। बौठा महासू का मंदिर हनोल में, बासिक महासू का मैंद्रथ में और पबासिक महासू का मंदिर बंगाण क्षेत्र के ठडियार व देवती-देववन में है। छत्रधारी चालदा महासू गांव-गांव पहुंचकर भक्तों को ना केवल दर्शन देते हैं बल्कि उनकी इच्छाएं भी पूरी करते हैं. चालदा महासू महाराज का भ्रमण करने का ये सिलसिला पीढ़ियों से जारी है.चालदा महासू महाराज हमेशा चलाएमान ही रहते हैं. चालदा महासू स्थायी रूप से एक स्थान पर नही रहते हैं बल्कि विभिन्न स्थानों पर एक वर्ष से 2 वर्ष के प्रवास पर रहते है। महासू देवता को भगवान शिव का साक्षात रूप मन जाता है। महासू देवता जौनसार बावर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ईष्ट देव हैं। चालदा महासू हमेशा जौनसार-बावर, बंगाण, फतह-पर्वत व हिमाचल क्षेत्र के प्रवास पर रहते हैं। इनकी पालकी को क्षेत्रीय लोग पूजा-अर्चना के लिए नियमित अंतराल पर एक जगह से दूसरी जगह प्रवास पर ले जाते हैं। देवता के प्रवास पर रहने से कई खतों में दशकों बाद चालदा महासू के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो पता है।कुछ इलाकों में तो देवता के दर्शनों की चाह में पीढ़ियां गुजर जाती हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी, संपूर्ण जौनसार-बावर क्षेत्र, रंवाई परगना के साथ साथ हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, शिमला, बिशैहर और जुब्बल तक महासू देवता को इष्ट देव अथवा कुल देवता के रूप में पूजा जाता है। About us:- SHIVA (Sacred Himalayan Institute of Vedic Alliance) Trust, which came into existence on May 7, 2012 under the Indian Trust Act 1882. The trust circumambulates to enhance social upliftment, spiritual enlightenment, as well as, societal and charitable elevation. Our intention is to enlighten the universe with the unseen and unexperienced passages of spirituality. Through our Vedic services, we intend to offer the devotees like us with all-absolute & divine experiences. Our Websites :- https://www.himalayavedicworld.com https://www.shiva.org.in https://www.vedicpuja.org Contact :- +91-7465839601 , +91-9760678037 Whatsapp :- +91-7465839601 #mahasudevta #chalda #jaunsarbawar

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