तु ज़हा भी है तुझें देख़ रही है आखें
ये अलग बात के अश्क़ो से भरी है आँखे
क़व्वाल—सब्बू शदाब साबरी
उर्स हज़रत मौलाना अनवार आलम नूर मुहम्मद शाह र.अ
Min-Janib ___ #Mohammadi_group
Khanqah E Mohammadi Jabalpur Shareef
( जेरे सरपरस्त )
हज़रत अलहाज़ हफ़ीज़ मौलवी रियाज़ आलम फ़ैज़ मुहम्मद शाह
क़िबला— शहर क़ाज़ी जबलपुर वा पेश इमाम मस्जिद अंसार नगर
ख़लीफ़ा— मौलाना अनवार आलम नूर मुहम्मद शाह र.अ