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ये है तांत्रिकों की University || चौसठ योगिनी मंदिर मुरैना

Vivek MP31 Vlogs 28 11 hours ago
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ये है तांत्रिकों की University || चौसठ योगिनी मंदिर #morena #64yogini #तंत्र #tantra #madhyapradesh #aghorisadhna #aghori #tantra #mantra #hindutampletantrikuniversity #hindutempletantrikuniversityhyderabad #hindutampletantrikuniversityand #hindutempleinukraine #hindutempleinghana ##hindutampleuniversity #banarashinduuniversitytemple #hindutantrik According to an inscription dated to 1323 CE (Vikram Samvat 1383), the temple was built by the Kachchhapaghata king Devapala (r. c. 1055 – 1075). It is said that the temple was the venue of providing education in astrology and mathematics based on the transit of the Sun. भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है। यहां पर कई प्राचीन और चमात्कारिक मंदिर हैं। इनमें कई मंदिर बेहद रहस्यमयी हैं जिनमें मध्य प्रदेश का चौसठ योगिनी मंदिर भी शामिल है। भारत में चार चौसठ योगिनी मंदिर हैं। ओडिशा में दो मंदिर हैं और मध्य प्रदेश में दो हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित चौसठ योगिनी मंदिर सबसे प्राचीन और रहस्यमयी है। भारत के सभी चौसठ योगिनी मंदिरों में यह इकलौता मंदिर है जो अभी तक ठीक है। मुरैना में स्थित यह मंदिर तंत्र-मंत्र के लिए दुनियाभर में जाना जाता था। इस रहस्यमयी मंदिर को तांत्रिक यूनिवर्सिटी भी कहते थे। यहां पर दुनियाभर से लाखों तांत्रिक तंत्र-मंत्र की विद्या सीखने के लिए आते थे। आईए जानते हैं मरैना में स्थित प्राचीन और रहस्यमयी चौसठ योगिनी मंदिर के बारे में। मध्यप्रदेश का प्राचीन चौसठ योगिनी मंदिर गोलाकार है और इसमें 64 कमरे हैं। इन सभी 64 कमरों में भव्य शिवलिंग स्थापित है। यह मंदिर मुरैना जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मितावली गांव में बना यह रहस्यमयी मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मान्यता है कि चौसठ योगिनी मंदिर का निर्माण 1323 ई. में प्रतिहार वंश के राजपूत राजवंश के राजा देवपाल ने करवाया था. यह मंदिर गोलाकार है और पहाड़ पर 100 फीट की ऊंचाई पर स्थिति है. इस मंदिर की सभी योगिनी तंत्र-मंत्र विद्या और योग से संबंधित मानी जाती है. इस मंदिर में कुल चौसठ कमरे बने हैं. प्रत्येक कमरे में शिवलिंग स्थापित है. मंदिर में मण्डपनुमा द्वार बना है जिसमें एक विशाल शिवलिंग स्थापित है.पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि प्राचीन काल से देश-विदेश से लोग इस मंदिर में तंत्र विद्या सीखने आते थें. इस मंदिर को तांत्रिक यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता था. कहते हैं कि चौसठ योगिनी माता मां काली का अवतार हैं. इस मंदिर में प्रत्येक 64 कमरों में माता योगिनी की मूर्ति स्थापित हैं, इसलिए इस मंदिर का नाम चौसठ योगिनी है Music used in this video: Shiv tandav stotram by ravana https://youtu.be/0XQppM5J_eE Creative Commons — Attribution 3.0 Unported (CC BY 3.0) License URL: https://creativecommons.org/licenses/by/3.0/ Music promoted by @Copyright Free Music: Direct download this from here: —————————-

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