UPHESC कहानियों के कथन/ हिंदी कहानी/UPHESC unit 9 #hindikibindi #uphesc #uphescassistantprofessor
भाग 2 वीडियो लिंक
https://youtu.be/3g14Vju1sC4
दुनिया का अनमोल रतन
दुनिया का सबसे अनमोल रतन
कानों में कंगना
ताई
कफन
कफन कहानी मुंशी प्रेमचंद
राजा राधिका रमण सिंह
प्रेमचंद
विशंभर नाथ शर्मा कौशिक
अगर तू मेरा सच्चा प्रेमी है, तो जा और दुनिया की सबसे अनमोल चीज़ लेकर मेरे दरबार में आ।
दुनिया का सबसे अनमोल रत्न कौन सा है?
खून का वह आखिरी कतरा जो वतन की हिफाजत में गिरे
दुनिया का अनमोल रतन किसकी रचना है?
उन प्रेमियों में नहीं, जो इत्र-फुलेल में बसकर और शानदार कपड़ों से सजकर आशिक के वेश में माशूकियत का दम भरते हैं।
कानों में कंगना कहानी किसकी है?
कानों में कंगना का प्रकाशन कब हुआ था?
“किरन! आज की यह घटना मुझे मरते दम तक न भूलेगी। यह भीतर तक पैठ गई”
नरेन्द्र! अब मैं चला, किरन तुम्हारे हवाले है।”
कंकड़ी जल में जाकर कोई स्थायी विवर नहीं फोड़ सकती।
मर्द बन यू मत हार मान मज़बूत इरादे ही मुहब्बत की मंजिल पर ले जा सकती है।
कफन कहानी के मुख्य पात्र कौन कौन है?
प्रेमचंद के कफन में कफन किसका प्रतीक है?
घीसू ने कहा-मालूम होता है, बचेगी नहीं। सारा दिन दौड़ते हो गया, जा देख तो आ।
माधव चिढक़र बोला-मरना ही तो है जल्दी मर क्यों नहीं जाती? देखकर क्या करूँ?
घीसू ने कहा-ले जा, खूब खा और आशीर्वाद दे! जिसकी कमाई है, वह तो मर गयी।
ताऊजी हमें लेलगाड़ी (रेलगाड़ी) ला दोगे।’ यह किसने और किससे कहा?
कभी-कभी तो तुम्हारा व्यवहार बिलकुल अमानुषिक हो उठता है।” यह पंक्ति किसने कही और क्यों कहीं?
अपने प्रेम को छिपाना व्यर्थ है।”