MENU

Fun & Interesting

UPSC छात्र का बेबाक साक्षात्कार || आचार्य प्रशांत (2023)

Video Not Working? Fix It Now

🧔🏻‍♂️ आचार्य प्रशांत गीता पढ़ा रहे हैं। घर बैठे लाइव सत्रों से जुड़ें, अभी फॉर्म भरें — https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita?cmId=m00021 📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं? फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021 📲 आचार्य प्रशांत की मोबाइल ऐप डाउनलोड करें: Android: https://play.google.com/store/apps/details?id=org.acharyaprashant.apbooks iOS: https://apps.apple.com/in/app/acharya-prashant/id1603611866 📝 चुनिंदा बोध लेख पढ़ें, खास आपके लिए: https://acharyaprashant.org/en/articles?l=1&cmId=m00021 ➖➖➖➖➖➖ #acharyaprashant #upsc #civilservices #UPSC coaching #sach ka sauda #interview tips #honesty in interviews वीडियो जानकारी: 30.11.23, गीता समागम, गोवा UPSC छात्र का बेबाक साक्षात्कार || आचार्य प्रशांत (2023) 📋 Video Chapters: 0:0 - Intro 1:41 - यूपीएससी (UPSC) कोचिंग और सच्चाई 11:16 - स्वार्थ से समाज सेवा (IAS ही क्यों बनना है?) 19:10 - कामना के पीछे काबिलियत गायब हो जाती है 24:17 - मजबूत आदमी की विशेषताएँ 29:28 - साफ़ नियत के साथ काम कैसे करें? 33:34 - समापन विवरण: इस वीडियो में आचार्य जी ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी और सरकारी नौकरी के प्रति लोगों की मानसिकता पर गहन चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कई लोग समाज सेवा के नाम पर सरकारी नौकरी पाने की इच्छा रखते हैं, लेकिन असल में उनकी इच्छाएँ और स्वार्थ छिपे होते हैं। आचार्य जी ने यह भी कहा कि जब लोग सरकारी नौकरी के लिए इंटरव्यू में जाते हैं, तो वे अक्सर अपने स्वार्थ को छुपाते हैं और समाज सेवा के बड़े दावे करते हैं, जबकि असल में वे केवल रुतबा और पैसे के लिए काम कर रहे होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी नौकरी में काम करने वाले लोग अक्सर अपनी सैलरी और नौकरी की वास्तविकता को नहीं समझते हैं। आचार्य जी ने यह स्पष्ट किया कि अगर कोई व्यक्ति सच में समाज सेवा करना चाहता है, तो उसे सरकारी नौकरी की बजाय एनजीओ में काम करना चाहिए, जहां वह वास्तव में समाज के लिए कुछ कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को अपनी इच्छाओं और स्वार्थों का पता करना है, तो उसे ईमानदारी से अपने इरादों का मूल्यांकन करना चाहिए। प्रसंग: ~ UPSC करने के पीछे मेरी क्या छुपी हुई कामना है? ~ समाज कल्याण के लिए सरकारी नौकरी का इंतजार क्यों ? ~ जब अपना स्वार्थ या कामना दिखे तो क्या करना चाहिए? ~ पाखंड से क्या नुकसान है राष्ट्र और व्यक्ति को? ~ क्यों सबको सेवक नहीं शासक बनना है? संगीत: मिलिंद दाते ~~~~~

Comment