आध्यत्म का मतलब यह नहीं होता
कि घर परिवार को छोड़ कर साधु
सन्यासी बन जाना,
आध्यत्म का अर्थ होता है उस राह
पर चलना जो सीधा और सच्चा हो .
जिस राह पर चलने के बाद अंत समय
में परमात्मा से मिलने के बाद शर्मिदगी
न हो ,अंत में तो एक दिन चाहे न चाहें
परमात्मा से मिलना है ही..