हमारे समाज में महिला अपने जन्म से लेकर मृत्यु तक एक अहम किरदार निभाते हुए अपनी सभी भूमिकाओं में निपुणता दर्शाती है। महिला को पूरे परिवार का ध्यान भी रखना पड़ता है। वह पूरी जिंदगी बेटी, बहन, पत्नी, माँ, सास, और दादी जैसे रिश्तों को ईमानदारी से निभाती है। इन सभी रिश्तों को निभाने के बाद भी वह पूरी शक्ति से नौकरी करती और आत्मनिर्भर बनती है ताकि अपना, परिवार का, और देश का भविष्य उज्जवल बना सके। मेरे द्वारा पहाड़ में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए , तथा जागरूकता अभियान के माध्यम से गांव में पहुंचना, देहरादून में जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क पढ़ाना एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम मिलनसार महोत्सव जैसे कार्यक्रमों को आप सभी ने खूब सराहा।अब यूट्यूब चैनल के माध्यम से आप मेरे कार्यों को देख सकते हैं , मैं उत्तराखंड के लिए सामाजिक कार्य करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील हूं अंत में मैं यही कहना चाहूंगी कि महिलाएं किसी से कम नहीं है , बहुत मेहनत और ईमानदारी से सामाजिक कार्य कर रही हूं तो आप सब का आशीर्वाद मेरे लिए प्रेरणाप्रद है!