मंजिल ने हौसलों से कहा तेरे बस की बात नहीं तो हौसलों ने मंजिल कि आँखों मे आंखे डालकर बोला की चल झूठी तेरी इतनी औकात नहीं 🔥🔥
🌈🌈
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
रक्त बहाकर श्रंगार करो खामोश यहां तलवार नहीं हम वंशज है राणा के हार तो हमें कतई स्वीकार नहीं
❤❤❤❤🧭🧭♥️♥️
किसी भी भर्ती के बारे मे और GK के प्रश्नों की सीरीज पाने के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇