ज्योतिष एक ऐसा विज्ञान है जिसकी चर्चा वेदों में भी की गई है इसे वेदों ने नेत्र माना है ज्योतिष के माध्यम से हम जीवन में होने वाली घटनाओं का आकलन कर सकते हैं और यह तय कर सकते हैं हमें उस समय विशेष में क्या करना है और क्या नहीं करना ज्योतिष किसी का भविष्य नहीं बदल सकता पर ज्योतिष से यह अवश्य जाना जा सकता किस समय हमें क्या करना है और क्या नहीं करना है ज्योतिष मैं सभी ग्रहों का आकलन ग्रहों की संरचना और ग्रहों की चाल से भविष्य और भूत में होने वाली घटनाओं का पता लगाया जा सकता है! ग्रहों के तत्व हमारे शरीर को भी प्रभावित करते हैं हम सब जानते हैं मानव शरीर पंचतत्व से बना हुआ है और ग्रह इन तत्वों को अपनी चाल के अनुसार प्रभावित करते रहते हैं जैसे चंद्रमा जल तत्व का निर्धारण करता है वही बुद्ध पृथ्वी तत्व को बताता है जब कोई ग्रह हमारे कुंडली में या गोचर में खराब होता है तो उसके अनुसार कर्म करके उसको ठीक किया जा सकता है यह बात हम सब जानते हैं कि हमारा शरीर संस्कार लेकर नहीं आता हमारी आत्मा संस्कार लेकर आती है और उसी आत्मा का शुद्धिकरण हम प्रभु भक्ति से कर सकते हैं