संसार अंधकार में है। अंधकार उजाले से दूर होता है। प्रज्ञा वो रोशनी है जिससे हर प्रकार का अंधकार दूर किया जा सकता है। प्रज्ञा को अपने भीतर खोजकर अपने व संसार के प्रयोजन में लगाने का मार्ग बुद्ध ने खोजा। इस बात की 100% प्रामाणिकता है कि मनुष्यों द्वारा उत्पादित दुक्खों का अंत बुद्ध के धम्म के मार्ग पर चलकर बड़ी ही सरलता से किया जा सकता है। संसार के लिए यह बहुत ही असयोंग कि बात रही है कि संसार में झूठे गुरुओं के पाखंड के कारण अभी तक मनुष्य बुद्ध के धम्म से वंचित है। धम्मपथ मनुष्य को बुद्ध के धम्म के नजदीक ले जाने के लिए समर्पित एक प्रयास है जिसमें उन सभी लोगों के सहयोग की आवश्यकता है जो कि संसार के अंधकार को दूर करने के लिए अतिउत्साहित व प्रेरित हैं।