बिहारी सुल्तान बहुजन समाज , शोषित , पीड़ीत व्यक्तियों की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहारी सुल्तान छुपी हुई भ्रष्टाचार / समाजिक भेद - भाव एवं संबैधानिक पदों पर बैठे हुए लोग के द्वारा अत्याचार की रोक थाम में सबसे पहले आगे आती हौ। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सारे सपनों के बारे में बिहारी सुल्तान मुखर होकर प्रकाशित करती हैं। एवं बहुजन समाज से यह कहती हैं। कि तुम्हारा मंदिर संसद हैं, एवं तुम्हारा पवित्र ग्रंथ भारत का संविधान हैं।