"कीर्तन रस" (Kirtan Ras) का हिंदी में अर्थ है:
**कीर्तन (Kirtan):** यह एक भक्ति रस से भरपूर गान है जिसमें देवताओं की स्तुति, मंत्रों, या धार्मिक श्लोकों का सामूहिक गायन किया जाता है। यह एक धार्मिक या आध्यात्मिक अनुभव होता है जो अक्सर भजन, हरे राम-हरे कृष्ण के नारे, या अन्य पवित्र गीतों के रूप में होता है।
**रस (Ras):** इस संदर्भ में "रस" का मतलब होता है भावनात्मक या आध्यात्मिक स्वाद या अनुभव। साहित्य और कला के संदर्भ में, "रस" विभिन्न भावनाओं या अवस्थाओं को दर्शाता है जो दर्शकों या श्रोताओं में उत्पन्न होती हैं।
तो, **"कीर्तन रस"** का मतलब है कीर्तन करते समय उत्पन्न होने वाला आध्यात्मिक और भावनात्मक अनुभव। यह वह आनंद, भक्ति, और मनोभाव हैं जो कीर्तन के माध्यम से व्यक्ति को प्राप्त होते हैं। यह एक प्रकार का दिव्य अनुभव है जो व्यक्ति की आत्मा को छूने और उसे उच्चतम भावनात्मक स्थिति में ले जाने की क्षमता रखता है।