न्याय के देवता गोलू देवता की एक छोटी से कथा जब महाभारत काल में लाखों योद्धाओं के मृत्यु के बाद जब पांडव अपने पाप कम करने के लिए यज्ञ का आयोजन कराते है तो सभी देवताओं को निमंत्रण देते है और यज्ञ भी पूरा हो गया किन्तु चारों तरफ हाहाकार मच गया कही भी अनाज उगना बन्द हो गया तब सभी पांडव अपनी माता को पूछते है की अब क्या करे कैसे संकट दूर होगा तब माता कुंती महादेव के ब्रह्मा जी के पास भेजती है तब पता चलता है कि सबको निमंत्रण दिया पर मामू महादेव के अघवानी गोलू देवता को नही बुलाया इसी लिए ऐसा हो रहा है यह कहानी गोलू देवता की महिमा के ऊपर है सभी इस गाथा को जन जन तक पहुँचाने का काम करें.
अपनी संस्कृति अपनी पहचान अपने कुल देवी देवताओं को समय समय पे याद कर लो उनपे भरोषा रखो कही जाने की जरुरत नही पढ़ेगी, जय गोलू देवता जय मैय्या भगवती.