जानिए क्या है दतिया जिले की रतनगढ़ वाली माता का इतिहास?, What is history of Ratangarh temple ?
दरअसल घने जंगल में दुर्गम पहाड़ी पर रतनगढ़ की माता का मंदिर बना हुआ है।
मध्यप्रदेश के दतिया जिले से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर सिंध नदी के तट पर विंध्य क्षेत्र के पर्वत पर स्थित है।
मां रतनगढ़ वाली की महिमा दूर -2 तक फैली है।
उस समय मुस्लिम शासक अलाउद्दीन खिलजी ने सेवढ़ा से रतनगढ़ में पानी देना बंद कर दिया था इसके बाद राजा रतन सिंह की बेटी मांडुला और उनके भाई कुंअर गंगादेव ने इसका विरोध किया था और बाद में इसी स्थान पर दोनों भाई बहन ने समाधि ले ली थी तभी से ही इनको यहां पर पूजा जाता है।।