MENU

Fun & Interesting

(गीता-18) ये आग किसने बुझाई है, ये जवानी क्यों बेच खाई है? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)

Video Not Working? Fix It Now

आचार्य प्रशांत संग लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें, फ्री ईबुक पढ़ें: https://acharyaprashant.org/grace?cmId=m00021

➖➖➖➖➖➖➖➖

आचार्य जी से मिलने व ऑनलाइन सत्रों में भाग लेने के लिए यह फॉर्म भरें: https://acharyaprashant.org/en/enquiry?cmId=m00021
फॉर्म भरने के बाद जल्द ही संस्था आपसे सम्पर्क करेगी।

ये वीडिओ आचार्य जी की ऑनलाइन उपलब्ध 10,000 निःशुल्क वीडिओज़ में से एक है। ये निःशुल्क वीडिओज़ प्रतिदिन लाखों जीवन बदल रहे हैं। ज़रूरी है कि ये वीडिओज़ करोड़ों, अरबों लोगों तक पहुँचें।

संस्था का काम सबके लिए है। अपने काम को ताकत दें और सच के प्रचार-प्रसार हेतु आर्थिक योगदान करें। आचार्य जी के हाथ मज़बूत करें, साथ आएँ: https://acharyaprashant.org/en/contribute?cmId=m00021

➖➖➖➖➖➖➖➖

आचार्य प्रशांत के साथ जीवन बदलें:

⚡ डाउनलोड करें Acharya Prashant APP: https://acharyaprashant.org/app?cmId=m00021

यदि आप आचार्य प्रशांत की बात से और गहराई से जुड़ना चाहते हैं तो Acharya Prashant App आपके लिए ही है। यहाँ हैं निशुल्क, विज्ञापन-मुक्त और विशेष वीडियोज़ जो यूट्यूब पर नहीं डाले जाते। साथ में पोस्टर्स, उक्तियाँ, लेख, और बहुत कुछ!

⚡ गहराई से जीवन व ग्रंथों को समझें: https://acharyaprashant.org/en/courses?cmId=m00021

यहाँ आप पाएँगे जीवन व अध्यात्म से जुड़े विषयों पर आचार्य जी के 200+ वीडिओ कोर्सेस। यहाँ आपको गीता, उपनिषद व संतवाणी जैसे आध्यात्मिक विषयों के साथ ही निडरता, मोटिवेशन, व्यक्तित्व जैसे सामान्य विषयों को सरल भाषा में समझने का अवसर मिलेगा।

⚡ आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ें: https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00021

जीवन के हर पहलू को सरलता से समझें। राष्ट्रीय बेस्टसेलिंग सूची में गिनी जाने वाली ये पुस्तकें ईबुक व पेपर्बैक (हार्ड-कॉपी) दोनों संस्करणों में उपलब्ध हैं। आप इन्हें ऐमज़ान व फ्लिपकार्ट आदि से भी ख़रीद सकते हैं।

➖➖➖➖➖➖

⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?

अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।

और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।

संक्षेप में कहें तो,
आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!

आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।

उनसे अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ें:

फ़ेसबुक: https://www.facebook.com/Acharya.Prashant.Advait
इंस्टाग्राम: https://instagram.com/acharya_prashant_ap
ट्विटर: https://twitter.com/Advait_Prashant

➖➖➖➖➖➖

#acharyaprashant #gita #bhagavadgita #GitaSutra #SpiritualWisdom #Karma #TruthVsFalsehood

वीडियो जानकारी: 24.08.23, गीता समागम, गोवा

(गीता-18) ये आग किसने बुझाई है, ये जवानी क्यों बेच खाई है? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)

📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
0:58 - दुनिया की स्थिति
7:59 - कृष्ण का सवाल हम सब से
16:33 - हम बाल्टी-लोटे की लड़ाई लड़ते हैं
27:47 - सफल लोगों की बात क्यों मानी जाती है?
38:29 - कृष्ण कब आते है? और क्यों?
47:10 - हमें कौन हराता है?
1:00:00 - आखिर में जीत किसकी होती है?
1:01:29 - आचार्य जी का कृष्ण के प्रति आदर और करुणा का भाव
1:11:20 - सकाम और निष्काम का विश्लेषण (दो व्यक्तियों के उदाहरण से)
1:21:30 - जगत में यदि ज्ञानी हार जाए, तो वह ज्ञानी है ही नहीं
1:31:17 - हमें बचपन से ही हारना सिखा दिया गया है
1:39:04 - समापन

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य श्री प्रशांत ने गीता के शिक्षाओं के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे लोग अपने स्वार्थ के लिए काम करते हैं और इस स्वार्थी प्रवृत्ति के कारण समाज में असंतुलन उत्पन्न होता है। उन्होंने अर्जुन और दुर्योधन के उदाहरण का उपयोग करते हुए यह बताया कि जो लोग स्वार्थ के लिए काम करते हैं, वे अधिक सक्रिय और उत्साही होते हैं, जबकि जो लोग सच्चाई और धर्म के लिए काम करना चाहते हैं, वे अक्सर संदेह और आलस्य का शिकार हो जाते हैं।

आचार्य जी ने यह भी कहा कि सच्चाई की जीत के लिए केवल इच्छा या शुभकामनाएं पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि इसके लिए कर्म और संकल्प की आवश्यकता है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ज्ञान और अनुशासन के बिना, व्यक्ति सच्चाई के पक्ष में खड़ा नहीं हो सकता। अंत में, उन्होंने यह बताया कि सच्चाई हमेशा विजयी होती है, लेकिन इसके लिए व्यक्ति को अपने स्वार्थ और संदेह को छोड़कर सच्चाई के साथ खड़ा होना होगा।

प्रसंग:
~ दुनियाँ की हालत क्यों खराब है ?
~ क्यूँ संसार मे गलत लोग आगे बढ़ कर काम कर रहे है और सही लोग पीछे है ?
~ आम आदमी के जीवन में असत्य क्यों जीता हुआ है ?
~ हमारे जीवन में सत्य कब जीतेगा ?

संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~

Comment