40-45 वर्षों के बाद आदि गणपति गणेश पहुंचे लरांई महादेव के साथ शाही स्नान करने जिया संगम..
40 वर्षों के बाद आदि गणपति गणेश पहुंचे लरांई महादेव के साथ शाही स्नान करने जिया संगम आए
यह शाही स्नान हर तीसरे वर्ष काहिका के बाद किया जाता है जो की भादो की 20 को किया जाता है लेकिन किसी कारण वश इस स्नान को कुछ दिन पहले ही किया गया।
यह सफर 4 दिनों का रहा। दोनो देवताओं ने 28 अगस्त 2022 को लरांकेलो से प्रस्थान किया था। उस दिन देवता सेउबाग के नजदीक छरूरू में रात्रि विश्राम किया । 29 अगस्त को देवता छरूरू से जिया संगम की और प्रस्थान किया। 30 अगस्त को दोनो देवताओं ने पार्वती नदी और व्यास नदी के संगम में शाही स्नान किया। जिसके बाद सभी हरियानो ने भी आस्था की डुबकी लगाई । उसके बाद देवता छरूरू की और रवाना हुए और वही पर रात्रि विश्राम किया । 31 अगस्त को देवता ने छरूरू से अपने देवालय की और प्रस्थान किया। 1 अगस्त को देवता के मंदिर में शांद (प्रतिष्ठा) का आयोजन हुआ जिसमें दो हारो ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और देवताओं का आर्शीवाद प्राप्त किया।
इस तरह यह यात्रा संपन्न हुई।
जय लरांई महादेव (लरांकेलो)
जय प्रथम पूजनीय गणेश जी (घुड़दौड़ लरांकेलो)